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11 December, 2019
10:00 am

Theatre For Change

Background

Theatre, both as a form of expression and an exploratory process, opens up immense possibilities of enhancing individual and collective consciousness. A vibrant atmosphere of learning can be created when we are ready to plunge into the world of theatre and take risks in fictional situations that we are not so prepared to do in life. Theatre is a powerful medium to ‘rehearse’ life. Its artistic devices can help expand ourselves and the ways we live and work together.

So, let’s get together to explore creative and artistic ways of expressing our thoughts, emotions and feelings, and create theatre for dialogue about issues that animate and move us. Let us learn new ways of engaging with others, and with our jumbled selves, and make this a fun and  enriching experience.

About the workshop:

There are two broad aims of this workshop. Both will get equal importance –

  1. to identify and build on our creative capacities and
  2. Extend these capacities to find fresh ways of interacting with others  and, together, addressing questions of social concern

The 4-day workshop will have a learning-by-doing approach through games, exercises and improvisation.. Following areas will be covered:

  • tapping into and stretching our creative faculties – stretching the imagination through exercises of the body, space and sound
  • learning to raise pertinent questions and pointing to possible solutions through a participatory process method of putting these questions in drama-based formats to be shared between ourselves and audiences.
  • practice some techniques of intervention derived from Theatre of the Oppressed  and Playback Theatre
  • the sharing of work-in-progress sequences with a select audience

NOTE: We need to be good artists first if we want to use theatre devices to address questions of social transformation. Appreciating and practising the artistic aspect of theatre is fundamental to understanding its transformative potential. For the purposes of this workshop, the two go together, hand-in-hand. All participants have to be prepared to plunge into a wide range of exercises covering both these aspects.

Who is this workshop for?

This workshop is for social work practitioners, activists, people associated with people’s movements, trade unions and other grassroots organizations, and theatre artists who work on aspects of social transformation, and young artists exploring to develop techniques for communicating with people.

Resource Persons:  Maya Krishna Rao

Maya is a theatre artist and teacher. Her shows range from dance theatre to multimedia collaborations to comedy. She is her own performer, writer, director. She collaborates with sound designers and filmmakers to create theatre shows. Her shows have travelled all over the world and in India and have been received with critical acclaim.

Maya taught Acting for many years the National School of Drama, Delhi. Until recently she was a professor at Shiv Nadar University where she designed a post-graduate diploma programme – TEST – Theatre for Education and Social Transformation – a first in any institute of higher education in India. The focus of the programme was the use of theatre and drama as a way to understand life and questions of social concern and education. Maya continues to conduct workshops in this area for schools, universities and other organisations.

Date and Venue: December 11 to 14, 2019, Sambhaavnaa Institute, VPO – Kandbari, Tehsil – Palampur, District – Kangra, PIN 176061, Himachal Pradesh

Participant Contribution: We hope that the participants would contribute an amount of Rs. 4000 for 4 days towards workshop expenses, inclusive of all onsite workshop costs: boarding, lodging, and all the materials used in the workshop. Need-based partial waivers are available; we have a very limited number of partial waivers, so, please apply for a waiver only if you really need it. Please do remember that there may be others who need it more than you.

Language: Hindi

How to reach: Please visit: Getting here

For any other info: WhatsApp or call Shashank: 889 422 7954 (between 10 am to 5 pm), and e-mail: programs@sambhaavnaa.org

Kindly scroll down fill the application form:

(There is a sincere request we have to make. If you fill the form and get a confirmation from our side for your participation, please do not make cancellations at the last moment, unless there are unforeseen circumstances. So, while filling the form, please try to make sure you do not have anything else planned in advance for the dates of the workshop. It takes some time to process the forms and begin our preparations for the workshop. If you back out after the confirmation, it sends our preparations for a toss, in addition to the time and effort we are expending. Also, many other people who are eager to attend miss out on the opportunity. We shall really appreciate your consideration, and hope you understand the need for such a request.)

बदलाव के लिए नाट्यविधा

पृष्ठभूमि

नाट्यविधा एक प्रक्रिया है साथ ही अभिव्यक्ति का एक तरीका है| इसमें व्यैक्तिक और सामूहिक चेतना को निर्मित करने की अपार संभावनाएं हैं| यह हमारा पूरा पक्का यकीन है कि इसके द्वारा सीखने का एक जीवंत माहौल पैदा किया जा सकता है| अगर हमारे भीतर बदलाव के लिए एक इच्छा है और इसके लिए जब हम नाट्यविधा का इस्तेमाल करते हैं तब हम अभिव्यक्ति के सभी खतरे उठाते हैं| नाट्यविधा एक ऐसा ही सशक्त माध्यम है जिसके द्वारा हम इन रास्तों के राही बन सकते हैं| तो चलिए साथ में आते हैं और खोज करते हैं ऐसे रचनात्मक और कलात्मक तरीकों की जिसमें अभिव्यक्ति के लिए अपने विचारों को भावनाओं को भावों के लिए नाट्य कला का निर्माण करें| ऐसा माहौल बनाएं जिस में मुद्दों पर चर्चा हो सके जो हमें सजीव बना सकें और आगे ले जा सकें| आइये  दूसरों के साथ शामिल होने के नए तरीके सीखें और हमारे उलझे हुए अहम के साथ इसे एक मजेदार और खुद को समृद्ध करने का अनुभव बना दें|

कार्यक्रम के बारे में 

इस कार्यक्रम के दो प्रमुख उद्देश्य है दोनों ही समान महत्व के हैं 

1 खुद की रचनात्मक क्षमता का निर्माण और उसे पहचानना

2 इस क्षमता को सामाजिक मुद्दों को हल करने में इस्तेमाल करना सीखना 

इस 4 दिन की कार्यशाला में ‘करते हुए सीखने’ की पद्धति अपनाई जायेगी जिसमें नाट्यकला का इस्तेमाल करते हुए प्रतिभागियों की रचनात्मक क्षमता और कौशल को बढ़ाया जाएगा| इसमें निम्नांकित क्षेत्र शामिल किये जायेंगे :

  • हमारे भीतर की रचनात्मक क्षमता को बाहर निकालना- हमारी कल्पनाशीलता का विस्तार करना और इसके लिए शरीर वातावरण और ध्वनि का प्रयोग करना 
  •  ज़रूरी सवाल उठाना सीखना तथा भागीदारी पद्धति से उनके सम्भावित हल खोजना 
  • नाटक को आधार बना कर इन सवालों को दर्शक तक पहुंचाना सीखना  
  • हस्तक्षेप की तकनीक सीखना जिसमें ‘वंचितों की नाट्यविधा’ और ‘पार्श्व नाट्यकला’ का इस्तेमाल भी सीखना 
  • ‘काम अभी जारी है’ वाली तकनीक को चुने हुए दर्शकों के साथ साझा करना   

याद रखिये- यदि हम सामाजिक बदलाव के मुद्दे के लिए नाट्यविधा का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो हमें बहुत अच्छा कलाकार बनना पड़ेगा| नाट्यविधा के कलात्मक पक्ष के प्रशंसक बनना और इसका प्रयोग करना इस विधा की परिवर्तनकारी क्षमता को समझने का आधार है|

कार्यशाला के लिए दोनों को हाथ से हाथ मिला कर साथ चलना होगा| प्रतिभागियों को शारीरिक रूप से तैयार रहना होगा ताकि वे इन दोनों पक्षों को हासिल करने के लिए करी जाने वाली शारीरिक क्रियायों को कर सकें| 

कार्यशाला का समापन अधूरे नाटकों से पूरा होगा, इन्हें हम चुने हुए दर्शकों के साथ साझा करेंगे, यह लोगों को नाटक में शमिल करने और उनसे बातचीत शुरू करने का एक नया तरीका होगा  

यह कार्यशाला किसके लिये है ?

 यह कार्यशाला सामाजिक कार्यकर्ताओं, एक्टिविस्ट, जन संगठनों से जुड़े लोगों, मजदूर संगठनों तथा अन्य ज़मीनी संगठनों से जुड़े लोगों, थियेटर से जुड़े कलाकारों जो सामाजिक बदलाव के पहलू पर काम कर रहे हैं और युवा कलाकारों के लिए है जो जनता के संवाद की तकनीकों की तलाश कर रहे हैं|

स्रोत व्यक्ति – माया राव 

माया एक थिएटर कलाकार और एक शिक्षक है| उनके शो नृत्य, थिएटर और रंगकर्म की विभिन्न विधाओं का मिश्रण होते  है| जिसमें जिसमें नृत्य, नाटक और मल्टीमीडिया की विभिन्न विधाएं का मिश्रण होता है| माया एक कलाकार हैं, लेखक है तथा निर्देशक है| वह ध्वनि निर्देशकों और फिल्म निर्माताओं के साथ काम करती है| वे नाटकों के शो आयोजित करती हैं और अपने नाटकों के शो के साथ उन्होंने दुनिया भर की यात्राएं करी है, और उनको पूरे देश से प्रशंसा प्राप्त हुई है|

माया ने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा दिल्ली में बहुत लंबे समय तक अभिनय सिखाया है और अभी तक वे शिव नाडर यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर थीं| उन्होंने वहां एक पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा, जिस को संक्षिप्त रूप टेस्ट कहा जाता है यानी थिएटर फॉर एजुकेशन एंड सोशल ट्रांसफॉरमेशन की रचना करी, जो अपने आप में पहला कार्यक्रम है|

भारत में फिल्म नाट्यविधा और थियेटर को समझने और जीवन से जुड़े प्रश्नों को जानने तथा सामाजिक सरोकारों और शिक्षा से जुड़े मुद्दों के आपसी संबंधों को पहचानने के उद्देश्य से किया गया है|

माया अभी भी स्कूलों विश्वविद्यालयों और अन्य संस्थाओं में कार्यशालायें आयोजित करती हैं और अपना काम जारी रखे हुए हैं|

दिनांक और स्थान – दिसंबर 11 – 14, 2019, संभावना संस्थान, ग्राम व पोस्ट कंडबाड़ी, तहसील पालमपुर, जिला काँगड़ा, पिन- 176061, हिमाचल प्रदेश

प्रतिभागियों की आर्थिक सहभागिता – 

हम आशा करते हैं कि प्रतिभागी चार दिन की कार्यशाला के लिए 4000 रूपये का अंशदान कार्यशाला के व्यय के लिए देंगे, इसमें कार्यशाला स्थल के सभी व्यय शामिल हैं जैसे रहना, खाना तथा कार्यशाला में लगने वाली सभी सामग्रियां| आवश्कता पड़ने पर आंशिक शुल्क कटौती उपलब्ध है, लेकिन आंशिक शुल्क कटौती सीमित संख्या में है इसलिए इसके लिए आप उसी हालत में आवेदन करें जब आपको उसकी सचमुच ज़रूरत हो| कृपया याद रखें हो सकता है इसकी ज़रूरत आपसे ज़्यादा किसी और को हो|

भाषा – हिन्दी 

यहाँ कैसे पहुंचें – इस लिंक पर जाकर इंटरनेट पर खोज करें 

किसी अन्य जानकारी के लिए : फोन करें या व्हाट्स एप्प पर संपर्क करें – शशांक : 8894227954

(सम्पर्क का समय – सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक) 

ई मेल – programs@sambhaavnaa.org

(आपसे हम एक प्रार्थना करनी है| यदि आप यह आवेदन फॉर्म भरते हैं और आपका आवेदन स्वीकृत कर लिया जाता है तो कृपया जब तक ना टालने योग्य परिस्थितियां ना पैदा हो उसे रद्द मत कराइए| इसलिए फॉर्म भरने से पहले यह सुनिश्चित कर लीजिए कि आप ने कार्यशाला की तारीखों मैं पहले से कोई दूसरी योजना नहीं बनाई हुई है| आपका फॉर्म स्वीकृत की प्रक्रिया पूरी करने में और कार्यशाला की तैयारियां करने में कुछ समय लगता है| अगर आप एक बार स्वीकृति देने के बाद पीछे हटते हैं उससे हमारी तैयारियों को झटका लगता है और हमारे समय और मेहनत का नुकसान होता है| इसके अतिरिक्त अन्य लोग जो इसमें शामिल होना चाहते हैं वह इसे शामिल करने से वंचित रह जाते हैं| हमें उम्मीद है आप हमारी इस प्रार्थना पर ध्यान देंगे|)

अपना फ़ार्म यहाँ भरिये –

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