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22 November, 2022
9:00 am

बुलंद इरादे / Buland Iraade

22 – 26 November, 2022

इरादे बुलंद कैसे हुए?   

बुलंद इरादे का ख्याल पहाड़ों में बादलों के जैसे आया, धीरे से, पर बड़ी मज़बूती से।

कुछ नारीवादी कार्यकर्ताओं ने संभावना संस्थान के साथ मिलकर एक ऐसे कार्यक्रम की कल्पना की जहाँ प्रतिभागी अवधारणाओं की समझ से लेकर आत्म-चिंतन की ओर बढ़ पायें। जहां वो विकसित विचारधारा को आत्मसार कर पाए। बुलंद इरादे पिछले कुछ सालों में एक ऐसी जगह बन गयी है जहां सोच-विचार और जज़्बा, दिमाग और दिल, दोनों हिस्सों को अहमियत दी जाती है। पिछले 6-7 कार्यशालाओं के दौरान, सम्भावना कैंपस विभिन्न आवाज़ों से गूंज उठा है और चर्चाओं का सिलसिला जारी रहा है।

कार्यशाला ​के बारे में ​

सत्ता, जेण्डर, हिंसा, मर्दानगी, और यौनिकता जैसे मुद्दे हमारे निजी एवं सामाजिक जीवन का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा हैं. हमारे जन्म से लेकर अंत तक इन सारी संकल्पनाओं का हमारे जीवन पर काफ़ी गहरा प्रभाव पढ़ता  हैं. औपचारिक शिक्षा या सीखने की अन्य जगहों में इन मुद्दों के बारे में बहुत कम बातें की जाती हैं। 

हमारे देश में ग़ैर-बराबरियाँ और भी फैल रही है, जो जाति, धर्म, जेंडर, वर्ग, विकलंगता इत्यादि जैसी सामाजिक पहचानों पर आधारित है। ऐसे समय पर इन मुद्दों को समझना और भी ज़रूरी हो जाता है। बुलंद इरादे एक ऐसा मंच है जहां सीखने-सिखाने की प्रक्रियाओं को और भी समृद्ध बनाने के लिए और अपने अनुभवों को एक-दूसरे के साथ सांझा करने का एक मौक़ा मिलेगा। जहां शांतिपूर्ण प्रतिरोध और संवैधानिक हक़ों की बातें अपनी आम भाषा में लाने की कोशिश होती है। इससे शायद बराबरी और सामाजिक बदलाव की ओर हम मिलकर बढ़ सकें?

कार्यशाला के मक्सदः

1. सत्ता, जेण्डर, पितृसत्ता एवं मर्दानगी की अवधारणाओं को समझना।
2. यौनिकता के ढ़ांचे पर बुनियादी समझ बनाना।
5. प्रतिरोध के गीतों द्वारा अपनी ताकत व उर्जा को बढ़ाना।
6. शांतिपूर्ण सामाजिक बदलाव की सामूहिक रणनीतियां बनाना।

इस कार्यशाला के मुख्य मुद्देः

  1. सहमति या रजामंदी की धारणा को समझना !
  2. सत्ता क्या है? क्या यह सिर्फ नकारात्मक होती है, या इसके सकारात्मक पहलू भी होते हैं?
  3. जेण्डर और पितृसत्ता के बीच का रिश्ता क्या है?
  4. क्या यौनिकता का अन्य रूप सिर्फ निजी होता हैं या क्या इसके सामाजिक व राजनैतिक पक्ष भी होते हैं? 
  5. क्या हम दमन को चुनौती देने के लिए सशक्त व सहयोगपूर्ण ढांचों की नयी कल्पना कर सकते हैं? एक–दुसरे के साथ शांतिपूर्ण प्रतिरोध के ऐसे तरीकों को साँझा करना, जहाँ हम अपनी असहमतियां जताएंगे और सकारात्मक उर्जा और समर्थन को भी बढ़ाएंगे !

6.सहभागियों के साथ अलग-अलग भाषाओं में गाने गाना जिनसे प्रतिरोध की महक उठे और ऊर्जा भी!

प्रणाली :

सहजकर्ता निम्न तरीके इस्तेमाल करेंगे जैसे: खेल, अभ्यास, व्यक्तिगत विचार, छोटे समूह कार्य, गाने, बड़े समूह में चर्चा, फिल्म, कला, हंसी – मज़ाक, रोल प्ले व अपने आप को व्यक्त करने की अन्य पद्धतियाँ ! 

सहजकर्ताः

सूरज पवार

सूरज पिछले १२ सालों से विकास के क्षेत्र में, विभिन्न समूहों, सामाजिक संस्थाओं, अभियानों और प्रकाशनों के साथ, विविध क्षमताओं में काम करता रहा है; फ़िलहाल एक कंसलटेंट के रूप में काम कर रहा है। वह युवाओं के साथ फ़िल्मों, गानों, डांस और नारों के माध्यम से प्रशिक्षण का संचालन करने में रूचि रखता हैं। जेंडर, आजीविका, पितृसत्ता और मर्दानगी से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करना और सीखना उसे पसंद हैं। यौनिकता, जेंडर और मानव अधिकार के मुद्दों पर उसने प्रशिक्षण लिया हुआ हैं। वह महाराष्ट्र से हैं और उसे सफ़र करना बहुत पसंद है।

नन्दिनी

नन्दिनी अपने आप को बहुत ख़ुशनसीब मानती है कि वो विभिन्न आंदोलनों का हिस्सा है, जैसे नारिवादी, विकलंगता व क्वीर हक़ इत्यादि। नन्दिनी का बस चले तो वह दिन-भर औरतों की दास्तानों को सुन सकती है, उनके आँसू और दर्द से लेकर हँसी-मज़ाक़ तक। नन्दिनी अपने आप को छात्रा, काउन्सिलर, ट्रेनर और लेखक मानती है। वो अपनी ज़िंदगी के तजुर्बों को समेटकर अपने काम में लाने की कोशिश करती है। गाने, नाचने (जब मूड करे), नई दुनिया को देखने और पहाड़ चढ़ने जैसी गतिविधियों के लिए कभी भी तैयार रहती है!   

इस कार्यशाला में कौन भाग ले सकते हैं?

किसी भी जेण्डर के व्यक्ति जो जानने और सीखने के इच्छुक हैं, जिनकी उम्र 18 वर्ष या उससे ज्यादा है, इस कार्यशाला में भाग ले सकते हैं। हम खासतौर पर आंदोलन, संगठन और संस्थाओं के सदस्यों को इस कार्यशाला में आमंत्रित करते हैं।

कार्यक्रम के लिये शुल्कः

पांच दिन के कार्यक्रम में भोजन और आवास का शुल्क 4000 रूपए है। हालांकि, हम इस बात में विश्वास रखते हैं कि किसी के सीखने के मौके, आर्थिक कारणों की वजह से न छूट जायें। इसलिये, हमने कुछ लोगों के लिये इस शुल्क को कम या माफ करने का प्रावधान भी रखा है, जो सीखने के इच्छुक हैं लेकिन जिनकेे पास आर्थिक सहयोग नहीं हैं। वे साथी जो आर्थिक सहायता चाहते हैं वे कृप्या अपने आवेदन में इस बात का उल्लेख अवश्य करें। हम आवश्यकता के आधार पर कार्यक्रम के शुल्क हेतु आर्थिक मदद दे सकेंगे। साथ ही, हम यह भी निवेदन करते हैं कि जो लोग अपने साथ-साथ किसी और ज़रूरतमंद साथी का खर्च उठाने में सक्षम और इच्छुक हैं, कृप्या वे भी अपने आवेदन में इस बात का उल्लेख अवश्य करें।

भाषा : यह कार्यशाला हिंदी में आयोजित की जाएगी|

तारीख – नवम्बर 22-26, 2022

स्थान – संभावना संस्थान, पालमपुर, हिमाचल प्रदेश

संभावना पहुँचने के लिए मार्गदर्शन – https://www.sambhaavnaa.org/contact-us/

अन्य जानकारी अथवा पूछताछ के लिए – व्हाट्सप्प/कॉल – संभावना टीम : +91-889 422 7954 (केवल 10 am – 5 pm); ईमेल – programs@sambhaavnaa.org

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